कुर्सी तक ही सीमित कांग्रेस नेताओं की सोच : उर्मिला नगर परिषद अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर चल रही खींचतान पर भाजपा ने कसा तंज कहा पिछले चार सालों में एक भी काम नहीं कर पाई कांग्रेस समर्थित नगर परिषद
बददी, 15 अक्टूबर : सतीश जैन
नगर परिषद बद्दी में अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर चल रही खींचतान से कांग्रेस नेताओं की सोच जग जाहिर हो गई है। पिछले चार वर्षाें से कांग्रेस समर्थित नगर परिषद बद्दी कोई एक नया काम नहीं करवा पाई है, जिसे जनता याद कर सके। बड़ी हैरानी की बात है कि पिछले चार वर्ष कांग्रेस ने केवल कुर्सी की खींचतान में ही निकाल दिए हैं। अब एक बार फिर यह वाक्य दोहराने जा रहा है। यह बात मीडिया से बातचीत में पूर्व चेयरमैन नगर परिषद उर्मिला गुरमेल चौधरी ने कही। उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों में यह चौथा क्रम है जब नगर परिषद अध्यक्ष की कुर्सी को छीनने के लिए कांग्रेस नेता जोड़ तोड़ में लगे हैं। कांग्रेस नेताओं को जनता की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है। इनकी लड़ाई केवल कुर्सी हथियाने तक ही सीमित है। यही हाल दून विधानसभा का भी है। यहां विधायक ने जीतने के बाद अपना कोई वायदा पूरा नहीं किया है, जिससे अब जनता में कांग्रेस नेताओं के प्रति रोष पनप रहा है।
बद्दी शहर में सफाई व्यवस्था की हालत बद से बदतर होती जा रही है। नालियां जाम पड़ी हैं। शहर के महत्वपूर्ण मार्ग साई मार्ग पर नालियों में नियमित सफाई नहीं है। नगर परिषद में केवल उसी समय के कार्य अब भी दिखाए जा रहे हैं जब प्रदेश में भाजपा की सरकार थी और नगर परिषद पर भाजपा के नेता काबिज थे। कांग्रेस ने सत्ता में आते ही केवल कुर्सी हथियाने की लड़ाई लड़ी है और जनता की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। उर्मिला गुरमेल चौधरी ने कहा कि नगर परिषद अपनी मर्जी के अधिकारियों के लगाया जा रहा है ताकि अपने बिजनेस व धंधे फल फूलते रहें। नगर परिषद में मौजूदा अध्यक्ष की कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है। कांग्रेस के कार्यकाल में नगर परिषद पर कोई भी टिकाऊ अध्यक्ष नहीं बैठ पा रहा है। यहां सत्ता हथियाने के लिए कांग्रेस में आपसी मतभेद चल रहे हैं। मौजूदा अध्यक्ष रातोंरात पहले अपना इस्तीफा दे देते हैं और अगले दिन उपायुक्त के पास जाकर इस इस्तीफे को वापस ले लेते हैं। कांग्रेस के नेता नगर परिषद को चलाने में विफल साबित हो रहे हैं