दीपाली फाउंडेशन का वार्षिक कार्यक्रम संपन्न
बद्दी 10 अक्टूबर सतीश जैन अष्टमी के पावन अवसर पर दीपाली फाउंडेशन न्यास द्वारा “नारी से नारायणी तक की यात्रा तय करने वाली मातृशक्ति के सम्मान” में फाउंडेशन का वार्षिक कार्यक्रम हर्षोल्लास के साथ आयोजित किया गया। कार्यक्रम में सरिता, श्रद्धा नेगी एवं मीनू को “नारी से नारायणी” के पद से सम्मानित किया गया। डॉ अंजलि वर्मा ( प्रांत संयोजक देव भूमि विचार मंच) कार्यक्रम की प्रमुख अतिथि थीं। कार्यक्रम में संजय कुमार (प्रांत प्रचार प्रमुख(राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ), ने मुख्य वक्ता के रूप में बच्चिओं का मार्गदर्शन किया । इनके अतिरिक्त पृथ्वीराज चौहान (पूर्व अध्यक्ष बार काउंसलिंग उत्तराखण्ड), सुशील अग्रवाल , पंकज मैसों एवं पंकज दीदान ( महामंत्री व्यापार मंडल) विशिष्ट अतिथियों के रूप में उपस्थित थे। दीप प्रज्वलन एवं दीपाली फाउंडेशन के बाल कलाकारों द्वारा गणेश वंदना की नृत्य प्रस्तुति के साथ कार्यक्रम का शुभ आरंभ हुआ। कार्यक्रम का संचालन प्रिया कायथ ने किया। मीनाक्षी एवं नीतू के स्वागत गीत ने समारोह को सुंदर स्वरूप दिया। संस्था की सचिव दीपाली शुक्ला ने संस्थान के बारे में प्रकाश डालते हुए बताया कि संस्था के माध्यम से वर्तमान में 09 शिक्षा संस्कार एवं स्वावलंबन केंद्र चल रहे हैं । संस्था के माध्यम से उत्तराखंड में ही नहीं अपितु उत्तर प्रदेश में भी निरंतर शिक्षा,संस्कार, स्वावलंबन का कार्य चल रहा है। संस्था का मुख्य उद्देश्य समाज सेवा, गरीबी, शिक्षा, संस्कार स्वास्थय,पर्यावरण, महिला सशक्तिकरण, बाल विकास और अन्य सामाजिक विकास हैं। आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्तियों की आवश्यकताओं को पूरा करना जैसे शिक्षा, संस्कार, स्वावलंबन, आत्मरक्षा एवं अन्य वंचित समूह संस्था के मुख्य उदेशों में से एक हैं । कार्यक्रम के मुख्य वक्ता संजय कुमार ने अहिलीबाई होलकर के समान नारायणी बनने की एवं दुष्ट और अधर्म को पहचानने की बच्चियों को शिक्षा दी। महिलाओं के अधिकारों को क़ानूनी सशक्तिकरण एवं सरंक्षण की आवश्यकता पर कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ अंजलि वर्मा ने ज़ोर डाला।विशिष्ट अतिथि एडवोकेट कुलदीप शर्मा ने बच्चियों को आर्थिक स्वतंत्र होने के लिए प्रेरणा दी। कार्यक्रम में दीपाली फाउंडेशन के बाल कलाकारों ने समय समय पर नृत्य एवं गीतों की प्रस्तुति से उत्साह बनाये रखा। कार्यक्रम का धन्यवाद वचन कार्यक्रम अध्यक्ष दरवान सरियाल के आशीर्वचन द्वारा हुआ। कार्यक्रम के अंत में 121 बालिकाओं का कन्या पूजन हुआ एवं अम्बे स्वरूपी बालिकाओं के भोजन उपरांत सबको जलपान की व्यवस्था करायी गई। कार्यक्रम की व्यवस्था सरंक्षक प्रीति शुक्ला, दरवान सरियाल, संदीप श्रीवास्तव द्वारा की गई। कार्यक्रम में वंदना रावत, सोनल शाह सहित 150 लोग उपस्थित थे।