हाइलाइट्स
गया में चल रहा है मिनी पितृपक्ष मेला.
पूर्वजों के मोक्ष की लोग कर रहे कामना.
मिनी पितृपक्ष में पिंडदान का बड़ा महत्व.
गया. बिहार के गया धाम में पूरे वर्ष तीर्थयात्री पिंडदान, तर्पण करने आते हैं. लेकिन, भाद्रपद पितृपक्ष के बाद पौष महीने के कृष्ण पक्ष में मिनी पितृपक्ष में लाखों तीर्थयात्री यहां आते हैं. इस पितृपक्ष मेला में बंगाल उड़ीसा छत्तीसगढ़ से ज्यादा पिंडदानी गया जी पहुंच रहे हैं और अपने पूर्वजों की मोक्ष की कामना कर रहे हैं. इस पितृपक्ष को मिनी पितृपक्ष भी कहा जाता है.
मिनी पितृपक्ष के बारे में आचार्य नवीन चंद्र मिश्र वैदिक ने बताया कि पौष मास में पिंडदान का विशेष महत्व है इस मास में खासकर ठंड प्रदेश से पिंडदान के लिए गया धाम में पिंडदानी आते हैं. उन्होंने बताया कि धनु राशि में सूर्य प्रवेश के साथ ही खरमास शुरू हो गया है इस माह में गंगासागर मेला भी लगता है. गंगासागर यात्रा पर जाने वाले तीर्थ यात्री गयाजी में श्रद्धा करके ही आगे बढ़ते हैं.
मोक्ष भूमि गया जी में एक माह तक चलने वाला मिनी पितृपक्ष मेला 15 दिसंबर से शुरू है. इस मेले में पिंडदानी अपने पितरों की आत्मा की शांति व मोक्ष प्राप्ति की कामना को लेकर देवघाट, फल्गु नदी, विष्णुपद, सीताकुंड, प्रेत शिला व अक्षयवट सहित अन्य स्थलों पर पिंडदान कर अपने पूर्वजों की मोक्ष की कामना कर रहे हैं. इस पितृपक्ष मेला को पोष मास के मेला कहा जाता है. इस मेले में अधिकतर तीर्थ यात्री गुजरात, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, उड़ीसा सहित अन्य राज्यों के तीर्थयात्री बड़ी संख्या में पहुंचते हैं.
यह मिनी पितृपक्ष मेला 14 जनवरी तक चलेगा. बताया जाता है कि इस मेले में 3 लाख तीर्थ यात्री एक महीने के मेले में पहुंचने की उम्मीद है. दरअसल, मकर संक्रांति की तिथि से करीब एक पखवाड़ा पहले काफी संख्या में श्रद्धालुओं का आना गया जी होता है. 14 जनवरी को गंगा स्नान और मकर संक्रांति के साथ इस एक मासिक मेले का समापन हो जाएगा.
मोक्षदाययनी फल्गु नदी के तट पर मध्य प्रदेश के प्रतापगढ़ से भी 120 पिंडदानियों ने सामूहिक रूप से पिंडदान किया. उन्होंने मुख्यतः फल्गु व विष्णुपद वेदी पर पिंडदान व श्राद्ध किया, इसके बाद भगवान के चरण पर भी पिंड को भी अर्पित किया. पिंडानियों ने बताया कि वह दो दिनों तक गया के अलग-अलग वेदी पर पिंडदान करेंगे इसके बाद गंगासागर के लिए रवाना होंगे. दो बसों से प्रतापगढ़ से करीब 120 पिंडदानी गया धाम पहुंचे हैं.
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Tags: Bihar News, Gaya news, Pitru Paksha
FIRST PUBLISHED : December 19, 2023, 12:36 IST