हाइलाइट्स
जयपुर एयरपोर्ट अपडेट न्यूज
व्यस्तता के मामले में 13वें पायदान पर पहुंचा
फ्लाइट ऑपरेशन और एक्सपेंशन में भी पिछड़ा
जयपुर. जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट अपने भीतरी इंटीरियर को चमकाने में करोड़ों खर्च कर रहा है, लेकिन आकड़ों में वह लगातार पीछे होता जा रहा है. आज से ठीक 5 से 6 साल पहले देश के एयरपोर्ट की जो रैंकिग आती थी उसमें जयपुर एयरपोर्ट लगातार 1 से 2 नबंर पर बना रहता था. ये रैंकिग अलग अलग कैटेगरी में दी जाती थी लेकिन आज हालात बदल गए हैं. अब जयपुर एयरपोर्ट व्यस्तता के मामले में 13वें पायदान पर पहुंच गया है जो कभी 11 वें पायदान से 10 वें की तरफ जाने वाला था. वहीं जयपुर एयरपोर्ट फ्लाइट ऑपरेशन और एक्सपेंशन में भी पिछड़ रहा है. अहमदाबाद और कोचीन एयरपोर्ट जयपुर से कहीं आगे निकल चुके हैं.
इतना ही नहीं जो एयरपोर्ट 5 साल पहले जयपुर एयरपोर्ट से कहीं पीछे थे वो अब आगे निकल गए हैं. जयपुर एयरपोर्ट से अभी रोजाना औसतन 62 फ्लाइट्स ऑपरेट हो रही हैं, जबकि अहमदाबाद एयरपोर्ट का संचालन अब बढ़कर 116 फ्लाइट्स तक पहुंच गया है. आंकड़ों पर गौर करें तो वर्ष 2017-18 जयपुर एयरपोर्ट का गोल्डन पीरियड था. वर्तमान में जयपुर एयरपोर्ट पांच साल पहले जैसे आंकड़े पाने के लिए लगातार संघर्ष कर रहा है. हालात ये है कि पांच साल पहले जो डोमेस्टिक एयरपोर्ट जयपुर से कहीं पीछे थे और अब कहीं आगे निकल गए हैं.
एयरपोर्ट के पिछड़ने के ये कारण माने जा रहे हैं
जयपुर एयरपोर्ट के पिछड़ने के कई कारण माने जा रहे हैं. जानकारों की मानें तो जयपुर एयरपोर्ट भले ही आधारभूत ढांचे को लेकर विकास की ओर अग्रसर हो रहा है लेकिन यात्रियों को लेकर वह कोई प्लानिंग नहीं कर रहा है. यहां आए दिन होने वाले वीआईपी मूवमेंट के फेर में आम यात्रियों की अनदेखी होती है. जयपुर एयरपोर्ट पर फ्लाइट्स लेट होने का सिलसिला लगातार जारी है. एयरपोर्ट प्रबंधन कई बार तरह-तरह के तर्क देकर फ्लाइट्स रद्द कर देता है. इसके कारण यात्रियों का फीडबैक सकारात्मक नहीं मिल रहा है. वहीं दीवाली, होली और न्यू ईयर जैसे बड़े मौकों पर एयरलाइंस टिकटों के मुंहमांगे दाम लेती है. इससे भी यात्रियों में नाराजगी देखी जा रही है.
डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट्स में इजाफा नहीं हुआ
निजी हाथों में जाने के बाद जयपुर एयरपोर्ट इमारत के रंग रोगन पर तो खर्च कर रहा है लेकिन एयरपोर्ट के इंटरनेशनल होने के बावजूद भी यह डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट्स में इजाफा नहीं कर पाया है. एयरपोर्ट प्रबंधन वीआईपी मूवमेंट के दौरान यात्रियों के आगमन और प्रस्थान की अलग से व्यवस्था नहीं करता है. इसके कारण यात्री अक्सर जाम में फंस जाते हैं और फ्लाइट तक छूटने की नौबत आ जाती है.
टर्मिनल 1 शुरू करके इस समस्या से निजात पाया जा सकता है
हालांकि एयरपोर्ट पर टर्मिनल 1 शुरू करके इस समस्या से निजात पाया जा सकता है. एयरपोर्ट से जुड़े सूत्र दबी जुबान से यह बात स्वीकारते भी हैं कि जयपुर एयरपोर्ट अथोरिटी जब तक यात्रियों से जुड़ी समस्याओं का निराकरण नहीं करती तब तक रैकिंग में ऊपर आना बेहद मुश्किल लग रहा है. एयरपोर्ट की इमेज भी आखिरकार यात्रियों की संतुष्टि से जुड़ी हुई होती है.
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FIRST PUBLISHED : December 19, 2023, 11:57 IST